Notable Places
Mishrik
यह स्थान महर्षि दधीचि की तपोस्थली एवं पिप्पलाद ऋषि की जन्मस्थली-तपोभूमि है। हर दाधीच बंधु को जीवन में एक बार अवश्य इस पावन स्थल पर जाकर स्नान करना चाहिए एवं वहां की रज को अपने माथे पर लगाना चाहिए।
Godh Manglod
श्रुतियों के अनुसार राजा मान्धता द्वारा निर्मित यह मन्दिर अनेक वषों तक गुप्त रहा। बाद में एक दिन इसी स्थान पर गाय चरा रहे ग्वाले को आकाशवाणी से महामाया दधिमथी ने संकेत दिया कि मैं भूमि से पुनः प्रकट हो रही हूँ|
Parsnew Dham
आज भी वहां भक्तोँ के दुःख क्षणभर मेँ कट जाते हैँ । परसनेऊ धाम मेँ भव्य मेलोँ का आयोजन होता हैँ । आप सपरिवार सिद्धपीठ परसनेऊ धाम पधार कर अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करेँ व भक्ति की पावन धारा को आगे चलायेँ ।